ଶୀଘ୍ର ଘରେ ସିଷ୍ଟିଟିସ୍ ଚିକିତ୍ସା କରିବେ |
ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸੋਚਦੇ ਹੋ? ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਘরেই ਸਿਸਟਾਇਟਿਸ ਦਾ ਇਲਾਜ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ? ਜਵਾਬ ਹੈ ਹਾਂ, ਤੁਸੀਂ ਘਰ ਵਿੱਚ ही सिस्तैटिस का इलाज कर सकते हो। सिस्तैटिस एक आम मूत्र पथ संक्रमण (UTI) है जो मूत्राशय को प्रभावित करता है। यह बैक्टीरिया के कारण होता है जो मूत्रमार्ग में प्रवेश करते हैं और मूत्राशय तक पहुंच जाते हैं। सिस्तैटिस के लक्षणों में पेशाब के दौरान जलन या दर्द, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में बदबू आना, पेशाब का रंग बदलना आदि शामिल हैं।
सिस्तैटिस के लिए घरेलू उपचार
* पानी पिएं: सिस्तैटिस के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार है पानी पीना। पानी मूत्रमार्ग को साफ करने और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
* क्रैनबेरी जूस: क्रैनबेरी जूस सिस्तैटिस के इलाज के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार है। क्रैनबेरी में प्रोएन्थोसायनिडिन नामक यौगिक होता है, जो बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग से चिपकने से रोकता है। क्रैनबेरी जूस पीने से पेशाब के दौरान जलन या दर्द से राहत मिल सकती है।
* लहसुन: लहसुन में एलिसिन नामक यौगिक होता है, जो बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। लहसुन खाने से सिस्तैटिस के लक्षणों से राहत मिल सकती है।
* हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। हल्दी खाने से सिस्तैटिस के लक्षणों से राहत मिल सकती है।
* अजवाइन के बीज: अजवाइन के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। अजवाइन के बीज खाने से सिस्तैटिस के लक्षणों से राहत मिल सकती है।
सिस्तैटिस के लिए चिकित्सीय उपचार
यदि घरेलू उपचार से सिस्तैटिस के लक्षणों में सुधार नहीं होता है, तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं। एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया को मारते हैं और सिस्तैटिस के लक्षणों से राहत देते हैं।
सिस्तैटिस से बचाव
* पानी पिएं: सिस्तैटिस से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है पानी पीना। पानी मूत्रमार्ग को साफ करने और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
* क्रैनबेरी जूस: क्रैनबेरी जूस सिस्तैटिस से बचाव के लिए एक प्रभावी उपाय है। क्रैनबेरी में प्रोएन्थोसायनिडिन नामक यौगिक होता है, जो बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग से चिपकने से रोकता है। क्रैनबेरी जूस पीने से सिस्तैटिस से बचाव में मदद मिल सकती है।
* पेशाब करने के बाद खुद को अच्छी तरह से साफ करें: पेशाब करने के बाद खुद को अच्छी तरह से साफ करना सिस्तैटिस से बचने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। इससे बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग में प्रवेश करने से रोका जा सकता है।
* यौन संबंधों के दौरान कंडोम का प्रयोग करें: यौन संबंधों के दौरान कंडोम का प्रयोग करने से सिस्तैटिस से बचाव में मदद मिल सकती है। कंडोम बैक्टीरिया को योनि से मूत्रमार्ग में प्रवेश करने से रोकता है।
* अपने डॉक्टर को नियमित रूप से दिखाएं: अपने डॉक्टर को नियमित रूप से दिखाना सिस्तैटिस से बचने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। डॉक्टर आपके मूत्र पथ के स्वास्थ्य की जांच कर सकते हैं और किसी भी समस्या का जल्दी पता लगा सकते हैं।
सिस्तैटिस से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
* सिस्तैटिस क्या है?
सिस्तैटिस एक आम मूत्र पथ संक्रमण (UTI) है जो मूत्राशय को प्रभावित करता है। यह बैक्टीरिया के कारण होता है जो मूत्रमार्ग में प्रवेश करते हैं और मूत्राशय तक पहुंच जाते हैं।
* सिस्तैटिस के लक्षण क्या हैं?
सिस्तैटिस के लक्षणों में पेशाब के दौरान जलन या दर्द, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में बदबू आना, पेशाब का रंग बदलना आदि शामिल हैं।
* सिस्तैटिस का इलाज कैसे किया जाता है?
सिस्तैटिस का इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है। एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया को मारते हैं और सिस्तैटिस के लक्षणों से राहत देते हैं।
* सिस्तैटिस से बचाव कैसे किया जा सकता है?
सिस्तैटिस से बचने के लिए पानी पीना, क्रैनबेरी जूस पीना, पेशाब करने के बाद खुद को अच्छी तरह से साफ करना, यौन संबंधों के दौरान कंडोम का प्रयोग करना और अपने डॉक्टर को नियमित रूप से दिखाना महत्वपूर्ण है।
* सिस्तैटिस एक गंभीर बीमारी है?
सिस्तैटिस आमतौर पर एक गंभीर बीमारी नहीं है। हालांकि, अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसलिए, सिस्तैटिस के लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर को दिखाना महत्वपूर्ण है।