सिग्मोइड बृहदान्तः नोकसान आ बचाव
हमारे शरीर के अंदर एक बड़ी लड़ाई चल रहल बा, जहाँ हमारे रोग प्रतिरोधक प्रणाली बाहरी हमलावरों के खिलाफ लगातार लड़त रहेला आ हमरा स्वस्थ रखेला। हमरा शरीर में मौजूद एक खास अंग सिग्मोइड बृहदान्त बा, जे हमार पाचन तंत्र के एक महत्वपूर्ण हिस्सा बा। एगो अंग बा जे आपन काम सही से ना कर पावेला, त हमरा पाचन तंत्र आ समग्र स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेला।
सिग्मोइड बृहदान्त काहे आहत करेला ?
सिग्मोइड बृहदान्त के आहत करे वाला कई कारण बा:
* इन्फेक्शन: सिग्मोइड बृहदान्त में इन्फेक्शन हो सकेला, जे जीवाणु, वायरस या परजीवी के कारण हो सकेला।
* अल्सरेटिव कोलाइटिस: एगो क्रोनिक बीमारी बा जे सिग्मोइड बृहदान्त आ बड़ी आंत के अंदरूनी परत में सूजन आ अल्सर पैदा करेला।
* क्रोहन रोग: ई भी एगो क्रोनिक बीमारी बा जे पाचन तंत्र के कहीं भी हिस्सा में सूजन आ अल्सर पैदा करेला, जिसमें सिग्मोइड बृहदान्त भी शामिल बा।
* डायवर्टीकुलिटिस: एगो ऐसी स्थिति बा जे में सिग्मोइड बृहदान्त की दीवार में छोटे थैलियां बन जाती हैं, जिनमें मल फंस सकता है और संक्रमण हो सकता है।
* कैंसर: सिग्मोइड बृहदान्त में कैंसर भी हो सकता है, जे आमतौर पर वृद्ध लोगों में होता है।
सिग्मोइड बृहदान्त के आहत करे के लक्षण
सिग्मोइड बृहदान्त के आहत होखे पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकत बाड़े:
* पेट दर्द
* दस्त
* कब्ज
* खून के साथ मल आना
* वजन घटना
* थकान
* बुखार
* ठंड लगना
* मतली
* उल्टी
सिग्मोइड बृहदान्त के आहत करे से बचाव
सिग्मोइड बृहदान्त के आहत करे से बचाव के कुछ तरीके निम्नलिखित हैं:
* स्वस्थ आहार लें: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर आहार लें।
* नियमित रूप से व्यायाम करें: सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करें।
* धूम्रपान छोड़ दें: धूम्रपान सिग्मोइड बृहदान्त के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
* शराब का सेवन सीमित करें: शराब का अधिक सेवन सिग्मोइड बृहदान्त के डायवर्टीकुलिटिस और कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
* तनाव को नियंत्रित करें: तनाव सिग्मोइड बृहदान्त की समस्याओं को बढ़ा सकता है। तनाव को नियंत्रित करने के लिए योग, ध्यान या अन्य विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
* नियमित रूप से जांच कराएं: 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नियमित रूप से कोलोनोस्कोपी करानी चाहिए। कोलोनोस्